रुद्राक्ष और सेहत

rudraksha


रुद्राक्ष तन-मन की बहुत सी बीमारियों में राहत पहुँचाता है। इसे पहनने से दिल की धड़कन तथा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करनेवाले व्यक्ति को देर से बुढ़ापा आता है।

रुद्राक्ष से जुड़ी महत्वपूर्ण बाते
* कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति से अपना रुद्राक्ष नहीं बदलना चाहिए।
* रुद्राक्ष हमेशा चाँदी, सोने, ताँबे या पंचधातु में पहनना चाहिए। इसे धागे में भी पहना जा सकता है।
* रुद्राक्ष पहनने से एकाग्रता तथा स्मरण शक्ति मजबूत होती है।
* रुद्राक्ष पहनने के 40 दिनों के भीतर ही व्यक्तित्व में परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं।

असली रुद्राक्ष की पहचा
rudraksha

* रुद्राक्ष असली है या नकली जानने के लिए उसे एक गिलास पानी में रखें। डूबने पर रुद्राक्ष असली है तथा तैरने पर नकली।
* रुद्राक्ष को लगातार 6 घंटे पानी में उबालें। अगर असली होगा, तो उसकी रंगत खराब नहीं होगी।
* रुद्राक्ष कहीं से भी चटका या टूटा हुआ नहीं होना चाहिए।
* छोटे साइज का रुद्राक्ष बहुत शुभ माना जाता है।
अतः फैशन में रुद्राक्ष पहनें तो देखकर परखकर ही पहनें ताकि आपको स्मार्ट लुक भी मिले और स्वास्थ्य भी।
रुद्राक्ष और सेहत रुद्राक्ष और सेहत Reviewed by Upendra Agarwal on फ़रवरी 20, 2011 Rating: 5

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